खाकी के भेष में एंटीलिया केस के कितने खलनायक ???
देश सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अम्बानी के मुंबई आवास ‘एंटिलिया’ के बाहर बीते दिन एक संदिग्ध गाड़ी मिलने से हड़कंप मच गया था. इस गाड़ी में जिलेटिन की 20 छड़ें मिली थीं, साथ ही कुछ अन्य दस्तावेज़ भी बरामद किए गए, जिसके बाद मामले की जांच की जा रही है.
क्या है पूरा मामला
एंटीलिया केस के पूर्व अधिकारी सचिन वाझे की गिरफ्तारी के एक दिन बाद ही मुंबई कमिश्नर परमवीर सिंह का तबादला हुआ जाहिर है क्योंकि एंटीलिया केस में इसका कनेक्शन जब से एनआईए ने इस केस की जांच शुरू की थी तब से परमवीर सिंह पर शक की सुई घूम रही थी। इसकी एक नहीं कई वजह है, पहली सचिन वाझे और परमजीत सिंह की केमिस्ट्री।
सूत्रों के मुताबिक सचिन वाझे एक बात तो कबूल कर रहा है कि वह इस साजिश का हिस्सा है परंतु कौन-कौन वरिष्ठ अधिकारी शामिल है उनकी भूमिका के बारे में सचिन वाझे ने चुप्पी साध ली है। सचिन वाझे की चुप्पी परमजीत सिंह की संदिग्ध भूमिका पर सवाल उठाती है। इंटीलिया केस में इस्तेमाल की गई इनोवा कार मुंबई पुलिस की है जो बाद में परमवीर सिंह के ऑफिस के बाहर खड़ी मिली।
सूत्रों के मुताबिक मनसुख हीरेन को पूछताछ के लिए सचिन वाझे ने दक्षिण मुंबई स्तिथ कमिश्नर ऑफिस लेकर आया था।
एंटीलिया विस्फोटक मामले और मनसुख हिरेन हत्या मामले में मुंबई पुलिस की छवि काफी ज्यादा दागदार हुई है। ऐसा नहीं है कि इसके पहले मुंबई पुलिस की कार्यशैली पर सवाल ना उठाए गए हों। समय-समय पर मुंबई पुलिस के ऊपर सवालिया निशान उठते रहे हैं। जिसके चलते कई पुलिस अधिकारियों को पद से हटाकर दूसरी जगह पोस्टिंग दी गयी तो कइयों को निलंबन की कार्रवाई से लेकर जेल की सजा भी हुई।
*गले की हड्डी बन चुका था मनसुख हीरेन*
मनसुख हीरेन की हत्या क्लोरोफॉर्म सूँघाकर उसे बेहोशी की हालत में समुद्र में फेंका गया। ताकि इसकी लाश भी ना मिले परंतु लहरों के वापस आने की वजह से उसकी लाश किनारे आ गयी। इस हत्या में सचिन वझे भी शामिल है। ऐसा सूत्रों का मानना है।
*परमबीर सिंह*
मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को यूं तो शिवसेना कुछ दिन पहले तक उनके बेहतरीन काम के लिए लिए सर्टिफिकेट दे रही थी। लेकिन अब शिवसेना भी उनके आरोपों और कार्यशैली को गलत बताने में जुट गई है। शिवसेना का कहना है कि परमबीर सिंह ने अनुशासन हीनता का प्रदर्शन किया है। उनके जैसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी का इस तरह से सरकार को विवादों और मुश्किलों में खड़ा करना बिल्कुल भी जायज नहीं ठहराया जा सकता। आपको बता दें कि परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख के ऊपर 100 करोड़ रुपए हफ्ता वसूलने का टारगेट देने का आरोप लगाया है।आरोप लगाने के बाद सिंह भी मुंबई पुलिस के विवादित पुलिस अधिकारियों में फेहरिस्त में शामिल हो चुके हैं। हालांकि इसके पहले भी उन पर मालेगांव बम धमाकों के आरोपी और मौजूदा बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी कई गंभीर आरोप लगाए थे। जिसमें उनके साथ पुलिस लॉकअप में अमानवीय व्यवहार, अश्लील वीडियो दिखाना आदि।
*एंटीलिया केस में हर दिन नया खुलासा* :सचिन वाझे के लिए फाइव स्टार होटल में 25 लाख रुपए में 100 दिन के लिए कमरा बुक था
3 दिन पहले
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने यह आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वझे को 100 करोड़ रुपए हर महीने वसूल कर उन्हें देने को कहा था। -
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने यह आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वझे को 100 करोड़ रुपए हर महीने वसूल कर उन्हें देने को कहा था।
100 करोड़ रुपए की उगाही के आरोप में घिरे और एंटीलिया केस में गिरफ्तार API सचिन वझे को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा जानकारी सामने आई है कि सचिन वझे के लिए मुंबई के एक सोना कारोबारी के कहने पर 25 लाख रुपए में 100 दिन के लिए मुंबई के ट्राइडेंट होटल में कमरा बुक था। इस कमरे का हर दिन का किराया 10 हजार रुपए था।
केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) को होटल से कई सबूत हाथ लगे हैं। इनमें CCTV फुटेज, बुकिंग रिकॉर्ड और स्टाफ का बयान शामिल है। NIA की जांच में सामने आया है कि सचिन वझे के लिए मुंबई के एक ट्रैवल एजेंट ने स्वर्ण कारोबारी के कहने पर 19वें फ्लोर पर कमरा नंबर 1964 बुक करवाया था। आईडी प्रूफ में होटल को उनका फेक आधार कार्ड दिया गया था, जिसमें वझे का नाम सुशांत सदाशिव खामकार दर्ज था। इस मामले में कमरा बुक कराने वाले व्यापारी से आज NIA की टीम ने पूछताछ की है।
*13 लाख कैश से हुआ होटल को भुगतान*
NIA की पूछताछ में कारोबारी ने बताया कि वझे ने उसके खिलाफ दर्ज दो पेंडिंग केस में फंसाने की धमकी दी थी। यह केस मुंबई के एलटी नगर और कांजुरमार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज थे। वझे ने यह भी कहा था कि अगर वह कमरा बुक करवा देता है तो वह इस केस से उसे बाहर निकाल देगा। यह भी पता चला है कि 25 लाख रुपए में से 13 लाख रुपए कैश ट्रैवल एजेंट ने होटल को दिए थे।
*छिपने के लिए बुक करवाया था होटल का कमरा*
NIA सूत्रों के मुताबिक, वझे को यह आशंका थी कि आने वाले समय में उसे छिपना पड़ सकता है। इसलिए उसने यह तैयारी पहले से कर ली थी। नरीमन पॉइंट स्थित होटल के एक कमरे में तलाशी टीम को ज्यादा कुछ नहीं मिला, लेकिन स्टाफ के बयान से यह स्पष्ट हुआ है कि वझे से कुछ लोग मिलने के लिए जरूर यहां आए थे। वझे 16 से 20 फरवरी तक रुका था। NIA ने यहां से 35 कैमरों के फुटेज जब्त किए हैं।
*वझे ने दिए थे 3 होटल के ऑप्शन*
जांच में सामने आया है कि सचिन वझे ने मुंबई के तीन नामचीन होटल ताज, ट्राइडेंट और ओबेरॉय के नाम व्यापारी को दिए थे। बाद में वझे ने होटल ट्राइडेंट को चुना। ये तीनों होटल वझे के ऑफिस के करीब थे।
*100 करोड़ रुपए वसूल कर गृह मंत्री को देने का आरोप*
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने यह आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वझे को 100 करोड़ रुपए हर महीने वसूल कर देने को कहा था। उनके इस आरोप के बाद महाराष्ट्र राजनीतिक गलियारे में हलचल मची हुई है। इस मामले की CBI से जांच करवाने को लेकर परमवीर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट का भी रुख किया था। हालांकि, बुधवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उन्हें हाईकोर्ट जाने के लिए कहा है।
*क्या है परमवीर सिंह और सचिन वाझे की केमिस्ट्री ?*
एंटीलिया विस्फोटक केस की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सचिन वझे के पास से एक सीक्रेट डायरी बरामद हुई है। इस डायरी को वझे ने CIU के ऑफिस में छिपा कर रखा था। सूत्रों के मुताबिक, तकनीक का माहिर होने के बावजूद वझे सीक्रेट बातों का ऑनलाइन रिकॉर्ड नहीं रखता था, बल्कि डायरी में दर्ज करता था। यह डायरी ऑफिस में छिपाकर रखी थी। सूत्रों के मुताबिक, इस डायरी में पैसों के लेन-देन के भी सबूत मिले हैं। इनमें से ज्यादातर कैश ट्रांसफर के हैं।
*धमकी वाले लेटर को प्रिंट करने वाला प्रिंटर जब्त*
इसी मामले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए NIA ने कलवा में गिरफ्तार कांस्टेबल विनायक शिंदे के फ्लैट से एक प्रिंटर जब्त किया है। NIA को शक है कि इसी प्रिंटर से स्कॉर्पियो से बरामद धमकी वाले लेटर को प्रिंट किया गया था। उस लेटर में लिखा था, 'प्रिय नीता भाभी और मुकेश भैया और परिवार, यह सिर्फ एक ट्रेलर है। अगली बार, आपके परिवार के पास उड़ान भरने के लिए पर्याप्त सामान होगा। सावधान रहें।'
*NIA 25 मार्च से पहले इस केस का खुलासा कर सकती है*
इस बीच यह जानकारी सामने आ रही है कि एंटीलिया केस जल्द सुलझ सकता है। NIA को इस केस से जुड़ कई महत्वपूर्ण सबूत मिल चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, सचिन वझे ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है, लेकिन NIA कुछ और पुख्ता सबूत तलाश रही है। वझे की पुलिस कस्टडी 25 मार्च को खत्म हो रही है। माना जा रहा है कि NIA इस केस का खुलासा इससे पहले कर देगी।
*ATS जल्द NIA को सौपेंगी सभी दस्तावेज*
NIA ने एंटीलिया केस के बाद अब मनसुख हिरेन की हत्या का मामला भी अपने हाथ में ले लिया है। ATS इस मामले से जुड़े दस्तावेज NIA को सौंप सकती है। हालांकि, ATS ने इस केस को क्रैक कर लिया है। इसलिए NIA को इस केस में ज्यादा कुछ नहीं करना है। आज मनसुख की मौत के मामले में महाराष्ट्र ATS प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है।
✍️चाँदनी पाठक
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