भारत का युगपुरुष नरेंद्र मोदी 🚩(चाणक्य नीति)

इक्कीसवीं_सदी_का_सर्वश्रेष्ठ_हिन्दूराजा_नरेंद्र_मोदी   

  • कुछ 20, 22 साल पहले मैंने नवभारत अखबार में एक लेख पढ़ा था, जिसमे किसी विदेशी ज्योतिषी नाम स्मरण नही मुझे क्योंकि मैं एक विद्यार्थी थी उस वक्त, उन्होंने ये भविष्यवाणी की थी, कि भारत मे एक ऐसा व्यक्ति 1945 से 1955 के बीच जन्म ले चुका है, जो भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा भारत मे एक हिंदू नेता राज करेगा और पूरी दुनिया को सनातन संस्कार व भारतीय  संस्कृति को नया मापदंड देगा। गौरवान्वित करेगा , ये भविष्यवाणी मुझे नरेंद्र मोदी पर सटीक बैठती दिखाई देती है।

☝️एक सफल राजा #साम, #दाम, #दण्ड, #भेद की नीतियों को समयानुसार प्रयोग करने की कला का माहिर होना चाहिए ।
और ये कूटनीति नरेंद्र मोदी वर्तमान में प्रयोग कर रहे हैं.....
हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए 3चरणों पर हिन्दू राजा नरेंद्र मोदी काम कर रहे हैं....
संगठित करना :-हिन्दुओ को एक सूत्र में संगठित करने का प्रथम चरण.... देश में जो कुछ भी घटित होता है उसके पक्ष या विपक्ष में हिन्दुओ का एकजुट होकर समर्थन करना या विरोध करना.... इस चरण के द्वारा विश्व को हिन्दुओ की ताकत का अहसास करवाना मोदी का लक्ष्य है और मोदी इसमें सफल हो गए हैं... वर्तमान में हिन्दू अपने हित के प्रकल्पों का पुरजोर समर्थन करते हैं और अपने अहितों के विरुद्ध पुरजोर विरोध भी करते हुए ग़द्दारों को सबक सिखाने के लिए तैयार हो गए हैं... ये हिन्दू राष्ट्र का प्रथम चरण था जिसे पूरा कर लिया गया है...
2.मोबिलाइजेशन:-मोबाईल तकनीक के द्वारा हिन्दुओ को सीधे तौर पर राजनेताओं, अभिनेताओं, कलाकारों, उधोगपतियों, समाजसेवियों व स्वयंसेवी संस्थाओं तक अपने समर्थन व विरोध की बात को सम्बंधित व्यक्ति तक पहुंचाकर सोशल मीडिया मंचों पर देशहितैषी वार्तालाप का माहौल बनाते हुए राष्ट्रभक्तों व राष्ट्रविरोधी तँत्वो से आम जनता को रूबरू करवाने के चरण को मोबिलाइजेशन नाम दिया गया था...और वर्तमान में हिन्दू राजा मोदी हिन्दू राष्ट्र के दूसरे चरण को भी सफलतापूर्वक पूरा कर चुके हैं... आप सभी लोग अनजाने में ही मोदी के मोबिलाइजेशन के बौद्धिक योद्धा बन चुके हैं और देश में हिन्दुओ के खिलाफ षड्यंत्र रचने वालों को उनकी औकात दिखा रहे हैं और उन्हें माफी मांगने, अपने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बंद करने पर मजबूर कर रहे हैं...
3.एक्शन:-साम,दाम, दण्ड, भेद की चाणक्य नीति का इस्तेमाल करते हुए स्थायी पड़ोसी दुश्मन देशों को सैन्य शक्ति के बल पर वैश्विक महाशक्तियों को साथ लेकर ग़द्दारों को औकात दिखाने के लिए महायुद्ध की व्यूहरचना करना मोदी के हिन्दू राष्ट्र निर्माण का तीसरा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण चरण है और ये चरण शुरू हो चुका है....चीन पाकिस्तान के भरोसे हिन्दुओ के देश को तोडने के सपने देखने वाले35करोड़ ग़द्दारों व वामपंथी कुत्तों को औकात में लाने के लिए ही मोदी सीधे चीन से ही भीड़ गए हैं ताकि आंतरिक ग़द्दारों की अक्ल ठिकाने लगा दी जाए....चीन पाकिस्तान को पटखनी देने के बाद भारत के आंतरिक ग़द्दारों में भय व्याप्त हो जाएगा और इन्हें कुचलना आसान हो जाएगा..
महान_राजगुरु_चाणक्य की नीतियों का सफलतापूर्वक अनुसरण करते मोदी
👉साम:-इस नीति का प्रयोग करते हुए हिन्दू राजा ने मात्र6वर्षों में ही हिन्दुओ को वो वैश्विक सम्मान पुनः दिला दिया,जो विधर्मियों की षड्यंत्रकारी चालों के कारण हिन्दुओ से छीन लिया गया था.... आज पूरा विश्व हिन्दुओ का सम्मान करते हुए भारत को पुनः विश्वगुरु के पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार मान रहा है और प्रत्येक वैश्विक घटनाक्रम में हिन्दुओ का परामर्श प्रमुखता से लिया जा रहा है.... ये सब कुछ बिना एक युद्ध लड़े मोदी ने चाणक्य की "साम नीति" का अनुसरण करते हुए फलित किया है
👉दाम:-इस नीति का प्रयोग करते हुए हिन्दू राजा ने वैश्विक स्तर के सबसे आधुनिक तकनीक के सैन्य साजोसामान की खरीदारी हिन्दुओ के देश की सामरिक दृष्टि के महत्व को प्राथमिकता देते हुए उन देशों से खरीदा जिन देशों की कभी पूर्व भारतीय प्रधानमंत्रीयो ने यात्राएं करना भी जरूरी नहीं समझा.... अकूत मात्रा के दाम चुकाकर हिन्दू राजा नरेंद्र मोदी ने हिन्दुओ की सेना के लिए वर्तमान के सबसे आधुनिक व ताकतवर तकनीकी रूप से विकसित हथियारों का भंडारण करते हुए खरीददारी की है...
👉दण्ड:-दुनिया में सबसे क्रूर राक्षसों रोहिंग्या मुस्लिमओ की बसावट वाले म्यांमार में सर्जिकल स्ट्राइक करके विश्व को हिन्दुओ के देश की सीमाओं के पार जाकर सैन्य अभियान अंजाम देने की ताकत का अहसास करवाया...
पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेने के लिए चाणक्य की दण्ड नीति का प्रयोग करते हुए परमाणु बम का हौव्वा खड़ा करने वाले पाकिस्तान को उसके घर में बालाकोट में घुसकर एयर स्ट्राइक करके पड़ोसी दुश्मन देशों को उनकी औकात दिखाई...और विश्व को हिन्दुओ की वायुसेना की ताकत का अहसास करवाया...
👉भेद:-इस नीति का प्रयोग करते हुए हिन्दू राजा नरेंद्र मोदी ने अखण्ड भारत में से मुस्लिमक व ईसायत द्वारा खंडित किये गए भू भागों में राजनीतिक उठापटक करते हुए गिलगित, ब्लातिस्तान, तिब्बत, हांगकांग जैसे देशों की स्वतंत्रता के लिए महान राजगुरु चाणक्य की भेद नीति का अनुसरण करते हुए वैश्विक स्तर का कूटनीतिक जाल बिछाया और चीन व पाकिस्तान को घेरने के लिए विश्व के25 शक्तिशाली देशों को तैयार कर लिया... वर्तमान में मोदी भेद नीति के द्वारा पिछले70साल से हिन्दुओ को परेशान करने वाले चीन के विघटन की रणनीति तैयार कर रहे हैं और जल्द मोदी के नेतृत्व में ये घटनाक्रम अंजाम दिया जाएगा....
सदियों बाद हिन्दुओ के नेतृत्व हिन्दू राजा नरेंद्र मोदी ने विधर्मियों के अत्याचारों का बदला लेने के लिए चाणक्य नीति का अनुसरण किया है.....
एशिया के नक्शे में बदलाव की कूटनीतिक पैतरेबाजी शुरू कर दी है नरेंद्र मोदी की अगुवाई में विश्व ने.....
कभी यूरोपीय देशों के लिए शक्ति केंद्र रहा वैश्विक युद्ध मैदान अब बदल दिया गया है और एशिया महाद्वीप में जम्बूद्वीपे भारतखण्डे के हिन्दू साम्राज्य के महाशक्तिशाली नेतृत्व मोदी की अगुवाई में एक महायुद्ध लड़ने के लिए इक्कीसवीं सदी में तैयारी की जा रही है....
मानसिक युद्ध व कूटनीतिक युद्ध तो मोदी ने2014के अंत में ही शुरू कर दिया था...
कांग्रेसीए चिल्लाते थे कि मोदी तो विदेशों में ही घूमता रहता है देश में तो ध्यान ही नहीं दे रहा है....
मगर उन्हें ये पता नहीं था कि महाशक्तिशाली बनने के लिए वैश्विक स्तर की चाणक्य नीति बार डांसर के पेटिकोट के इर्द गिर्द नहीं चलती....
वैश्विक स्तर की महाशक्तियों को भरोसे में लेकर खुद की हैसियत बढाते हुए उनकी आंखों में आंखे डालकर अपने राष्ट्रप्रथम की नीतियों को सर्वप्रथम अग्रणी भूमिका में रखते हुए कार्यशीलता की पराकाष्ठा को पार करने के लिए उन देशों के वर्तमान व भविष्य के शक्तिशाली नेताओं को भरोसे में लेना पड़ता है....
ये राजतंत्र की चाणक्य नीति कहलाती है..
मगर जिन्होंने भारत को लूटने का कांट्रेक्ट गोरे अंग्रेजों से1947में ही ले रखा है उन्हें हिन्दुओ के देश को महाशक्तिशाली बनाने की क्या जरूरत थी, उन्हें तो कामचलाऊ राजनीति करते हुए अपने कमीशन के जुगाड़ करने से ही फुर्सत नहीं हुई.... जहाँ से कमीशन मिलता वहीं से सुई से लेकर हवाई जहाज तक खरीदा जाता... भले ही वो उस देश में रिटायर्ड साजोसामान की श्रेणी में ही क्यू नही रख दिया गया था....
मगर ईश्वरीय शक्ति को भी इक्कीसवीं सदी हिन्दुओ के नेतृत्व में ही देनी थी और इसलिए ईश्वरीय विधान ने भारत की सत्ता का शीर्ष नेतृत्व नरेंद्र मोदी के हाथों में सौंप दिया...
अब वैश्विक गतिविधियों को मोदी अपने अंदाज में परिचालित कर रहे हैं और सारे दुश्मन देश मोदी की नीतियों का तोड़ एक साथ मिलकर भी नहीं निकाल पा रहे हैं.....
एशिया का नक्शा बदलने वाला है और हिन्दुओ के देश का स्थायी दुश्मन चीन व पाकिस्तान के नाक में नकेल कसने की तैयारी हिन्दू राजा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू कर दी गई है।

टिप्पणियाँ

Unknown ने कहा…
अति उत्तम लेखन, राम मंदिर, और कश्मीर मुद्दे पे जीत, संघटीत हिन्दू समाज इतना ही काफी है मोदी जी की सफलता को दर्शाने के लिए
Chandni Pathak ने कहा…
🙏 धन्यवाद
बहुत सही कहा आपने... एक बात तो कहनी ही पड़ेगी कि मोदी जी ने देश का नाम तो रोशन किया ही हम भारतीयों को भी ये बताया कि हम किसी से कम नही हैं